रक्तवाहिकाओं की सफाई से बढती उम्र का राज
“मैं 150 साल तक जीवित रहना चाहती हूँ!” भारत की मशहूर दीर्घायु महिला ने बताया कि कैसे उनकी उम्र इतनी लंबी हो पाई"
मेघालय की निवासी, करिश्मा भगवती भारत में सन् 1896 में पैदा हुई थीं, वह अपनी उम्र में आज़ादी की लड़ाई, दो विश्व युद्ध, बड़े बदलाव और विभिन्न शासकों को देख चुकी हैं। भारत की रिकॉर्ड पुस्तक में उनका नाम दर्ज़ हो चुका है, आज जीवित सबसे वयोवृद्ध इंसान के रूप में – 14 मार्च को उनकी उम्र 120 साल पूरी हो गई।
उम्र के मामले में करिश्मा न केवल अपनी उम्र के साथियों को, बल्कि अपने उन साथियों के बच्चों को भी पीछे छोड़ चुकी हैं। दादी, बल्कि अब तो परदादी नियमित रूप से चिकित्सीय जाँच करवाती हैं। हर साल डॉक्टर एक ही बात कहते हैं: पूरी तरह से स्वस्थ हैं, चाहे तो कल अंतरिक्ष में भेज दो।
अपनी इतनी लंबी उम्र के बावजूद, करिश्मा अपना गाँव छोड़कर बहुत कम ही कभी बाहर गई थीं, जब भी बच्चे उनसे शहर चलकर रहने के लिए कहते थे, वह हमेशा मना कर देती थीं। बच्चे सोचते थे, आखिर इतनी उम्र जो हो गई है। पर लंबी उम्र की इस महिला के लिए उम्र कोई वजह नहीं थी।
करिश्मा एक बड़े लकड़ी के घर में रहती हैं, जो उनके दिवंगत पति ने बनाया था। वृद्ध महिला घर का ख़याल रखती हैं। इसके अलावा उनके पास 10 एकड़ की ज़मीन है, जिस पर वह हर साल खेती करती हैं। इसके साथ ही उनके पास देखभाल के लिए घरेलू मवेशी हैं – गाय, कई बकरियाँ और मुर्गियाँ। और इन सबकी देखभाल के लिए उनके पास पर्याप्त दम है।
लंबी उम्र की इस महिला का इंटरव्यू लेने और उनका राज जानने के लिए हम उनके पास पहुँचे – बिना बीमार हुए इतनी लंबी उम्र कैसे पाई जाए। मेज़ पर मालपुओं के साथ बैठे हुए हमें यह बात समझ में आ गई कि करिश्मा के पास हमारे अलावा भी बहुत काम हैं। हम अपने सवालों से उनका समय ख़राब नहीं करना चाहते थे इसलिए तुरंत ही उस मुद्दे पर आ गए, जिसके लिए हम वहाँ गए थे।
-करिश्मा, आपने इतनी लंबी ज़िंदगी जी है। किसी से भी ज़्यादा लंबी। ऐसा कैसे संभव हुआ?
-हाँ, मैंने कई बार इसका जवाब दिया है, जिसने भी मुझसे यह सवाल पूछा है (पत्रकार इनके पास नियमित रूप से आते रहते हैं)। सारी बात बस साफ़ नसों (वाहिकाओं) की है। यह तो मुझे लड़ाई से पहले अजीत ने सिखाया था। अजीत हमारे गाँव में रहते थे, और वह जड़ी-बूटियाँ खाते थे। उनके पास गाँव के सभी लोग उपचार के लिए आया करते थे, बल्कि दूसरे गाँवों के लोग भी आते थे। लड़ाई के समय सैनिक उपचार के लिए उन्हें अपने साथ ले गए और फिर वह वापस नहीं आए। तब हम उनके पड़ोस में ही रहते थे।
शामों को घर के बाहर सब साथ में बैठा करते थे। बातें किया करते थे। वह बताते थे कि किस चीज़ से किसका उपचार करना चाहिए। मेरी एक बहन थी। उसका स्वास्थ्य ख़राब रहता था। माता पिता ने उसकी रक्त वाहिकाओं का उपचार किया और उसका स्वास्थ्य सुधरने लगा। तबसे हमारा पूरा परिवार इसी को मानने लगा। मेरे माता-पिता की सन् 87 में दुखद मौत हो गई। बहन की उम्र भी काफी लंबी थी, पर मुझसे कम। उसकी मृत्यु 95 साल की उम्र में हुई थी। मैं हमेशा अपने बच्चों से भी कहती थी कि अपनी रक्त वाहिकाओं का खयाल रखना बहुत ज़रूरी है।
दीर्घायु का राज रक्त वाहिकाओं में, इसलिए अक्सर उन्हें साफ करते रहना ज़रूरी है। पर कोई भी यह काम नहीं करता है, और इसीलिए उनकी उम्र कम रह जाती है। खास तौर पर इसका संबंध शहर के वृद्धों से है। उन्हें दवाइयाँ खाना पसंद है और वे सोचते हैं कि उनसे उन्हें मदद मिलेगी। जब मैं शहर में अपनी पोती के पास गई थी, और यह देखकर हैरान रह गई। 60 की उम्र में ही सब बीमार हैं। उनकी दवाएँ ऐसे उनकी मदद करती हैं। उसमें तो बस सारा रसायन ही है। और अगर अपनी रक्त वाहिकाओं को साफ करते तो स्वस्थ होते, मेरी तरह।
-करिश्मा आप क्या सोचती हैं कि अगर किसी का स्वास्थ्य ख़राब है और वह अपनी वाहिकाओं की सफाई करे तो क्या ज़्यादा दिनों तक जीवित रह पाएगा?
-बेशक! और नहीं तो क्या? खैर, आप खुद ही सोचिए। वाहिकाएँ सभी अंगों के लिए रक्त परिसंचरण करती हैं, जो उनके लिए पोषण होता है। यह पोषण जितना बेहतर होगा, उस अंग का स्वास्थ्य उतना ही बेहतर होगा। स्वस्थ वाहिकाओं से मनुष्य का स्वास्थ्य बनता है। पर समय के साथ इन वाहिकाओं में गंदगी जमा हो जाती है। और वाहिकाओं में जमा वह गंदगी और अपचनीय तत्व रक्त में शामिल हो सकते हैं। आखिर वे कहाँ जाएँगे। वाहिकाएँ अंततः जंग लगे पाइपों की तरह दूषित हो जाती हैं। अंदरूनी अंगों तक रक्त का पहुँचना बंद हो जाता है, जिसके फलस्वरूप वे अंग कुपोषित होकर बीमार होने लगते हैं। गुर्दे, पेट, लिवर या मूत्राशय – सभी ख़राब रक्त परिसंचरण के शिकार हो जाते हैं। यहाँ तक कि मस्तिष्क भी। कल्पना कीजिए, अगर, उदाहरण के तौर पर, मैं गाय को अच्छा पोषण देना बंद कर दूँ। हाँ, वह तो तुरंत पूरी तरह से बीमार हो जाएगी!
और अगर रक्त की आपूर्ति बेहतर हो जाएगी, तो अंग स्वस्थ हो जाएँगे। हो सकता है, इंसान की उम्र उतनी लंबी न हो जितनी मेरी है, पर लंबी ज़रूर होगी। शायद 3 साल, या 5 साल या शायद 10 साल बढ़ जाएँ उसकी ज़िंदगी में। पहले सभी का इलाज इसी तरह होता था। तब गोलियाँ नहीं होती थीं, और सभी स्वस्थ होते थे। इससे मुझे एक बात याद आई। एक महिला ने मुझे लिखा था। उसका पति ज़बरदस्त उच्च रक्तचाप से पीड़ित था। लगभग दिल का दौरा पड़ने की स्थिति थी। डॉक्टरों ने कहा कि वह ज़्यादा नहीं जी पाएँगे। कब्रिस्तान में जगह निश्चित कर लो। उसने मुझसे भी यह पूछा कि उसके इलाज के लिए क्या किया जाए। जैसे मैं ठीक होने का कोई राज जानती हूँ। मैंने उसे सलाह दी कि रक्त वाहिकाओं की सफाई करवाए। मुझे कोई और राज नहीं पता है। उसके बाद से 10 साल से अधिक समय बीत चुका है। वह आदमी अभी जीवित है, स्वस्थ है और उसे अब उच्च रक्तचाप नहीं है। इसके बाद उन्होंने पूरे परिवार के सभी सदस्यों की रक्त वाहिकाओं की सफाई शुरू कर दी। और अब हर साल वे मुझे मेरे जन्मदिन पर बधाई भेजते हैं। मतलब, इस तरह की बहुत कहानियां हैं।
मुझसे अक्सर पत्रकार इस बारे में भी पूछते हैं, मैं उन्हें हमेशा यही जवाब देती हूँ। पर, ज़ाहिर है, कोई मेरी बात नहीं सुनता। पर बेकार ही! अगर रक्त वाहिकाओं को साफ किया जाए, तो लंबी उम्र पाई जा सकती है और सबसे खास बात यह कि स्वस्थ रह सकते हैं! आखिर बीमारी के साथ लंबी उम्र भी बहुत प्रिय नहीं होगी।
-आप रक्त वाहिकाओं की सफाई किस तरह करती हैं? खुद ही? क्या आप अपना उपाय हमारे पाठकों बताएँगी?
-पहले खुद ही साफ करती थी। इसके लिए जड़ी-बूटियों को तैयार किया करती थी। पहले बहुत ताकत होती थी। ज़रूरत पड़ने पर खुद ही जंगल और खेतों में जाती थी, उन्हें सुखाती थी, फिर तैयार करती थी। मैं साल में दो बार रक्त वाहिकाओं की सफाई करती थी। इससे ज़्यादा ज़रूरत नहीं थी, क्योंकि उनमें गंदगी जमा होने में इतना समय तो लगता है। पर अब जड़ी-बूटियाँ खुद जमा नहीं करती। इसके लिए किसी खास समय पर ही जंगल जाना होता है। काम बहुत हैं।
पिछले 15 सालों से मैंने यह काम करना बंद कर दिया है। मेरी बड़ी बेटी जर्मनी में रहती है वह मेरे लिए छूट पर दवा खरीदती है जो मेरे पास डाक से आ जाती है। उसी से मैं अब रक्त वाहिकाओं की सफाई करती हूँ। जया हमारे लिए डाकिए का काम करती है, मुझे हमेशा घर पर दवा मिल जाती है। यह दवा बल्कि जड़ी-बूटियों से बेहतर काम करती है। और आप समझते हैं न कि जड़ी-बूटियाँ जमा करने की ताकत भी अब नहीं बची है। भले ही मैं स्वस्थ हूँ, पर उम्र तो अपना असर दिखाती ही है। बुढ़ापे की गति को धीमा कर सकते हैं पर रोक तो नहीं सकते।
-और इस दवा का नाम क्या है?
-ओह, मुझे तो याद भी नहीं है। बस पैकेट का रंग याद है। लाल और सफेद रंग का पैकेट है मेरे ख़याल से। पर मैंने उसे फेंक दिया है। उसका नाम तो बेहतर है मेरी बेटी से पूछिए। मैं आपको उसका फोन नंबर दे दूँगी, और आप उसे फोन कर लीजिए। वह जर्मनी में रहती है, शायद आपके बहुत पैसे खर्च हो जाएँगे...
करिश्मा बगल वाले कमरे में बहुत देर तक कुछ खोजती रहीं। फिर वह बहुत ही मैली-कुचैली, फटी सी डायरी लेकर आईं। वृद्ध महिला उस डायरी में पुराने तरीके से फोन नंबर लिखती हैं।
हमने जर्मनी में उनकी बेटी को फोन करके दवा का नाम जानने का निश्चय किया। बेटी ने बताया कि वह सच में उनके लिए रक्त वाहिकाओं की सफाई करने के लिए दवा लेती है, पर वह दवा जर्मन नहीं है, बल्कि भारत में बनी है। जर्मन दवाओं को सर्टीफिकेट के बिना सीमा के पार भेजने की पाबंदी है। इस भारतीय दवा का नाम है Cardiovax (कार्डियोवैक्स)।
हमने डॉक्टर से इस दवा के बारे में और रक्त वाहिकाओं की सफाई की प्रक्रिया के बारे में जानने की कोशिश की, आखिर वह बहुत लाभदायक है। हमारे सवालों का जवाब देने के लिए सहमत हुईं डॉ. रश्मि कपूर, एसोसिएट प्रोफेसर, एमडी, अकादमीशियन, बीएलके क्लिनिक में कार्डियोवेस्कुलर सर्जरी विभाग की प्रमुख, हमें बताइए, क्या यह वास्तव में रक्त वाहिकाओं की सफाई करने में मददगार है?
हमें बताइए, क्या यह वास्तव में रक्त वाहिकाओं की सफाई करने में मददगार है?
समय के साथ अधिक से अधिक डॉक्टर इस बात से सहमत हो रहे हैं कि यह सच में बहुत ही उपयोगी प्रक्रिया है, जिससे न सिर्फ उम्र बढ़ती है, बल्कि इंसान का स्वास्थ्य बेहतर होता है। आजकल, विदेशों में भी विभिन्न बीमारियों (उदाहरण के लिए लिवर और गुर्दों की बीमारियों) के लिए इलाज के साथ अक्सर वाहिकाओं की सफाई की सलाह भी दी जाती है। क्योंकि कॉलेस्ट्रोल से बंद हो चुकी रक्त वाहिकाएँ – स्वास्थ्य के लिए बहुत खराब हैं! और यह मैं उन मरीज़ों के बारे में नहीं कह रही हूँ जो हृदय रोग या उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं। उन्हें तो रक्त वाहिकाओं की सफाई ज़रूर ही करवानी चाहिए।
-Cardiovax से वाहिकाओं की सफाई कैसे होती है?
-इस दवा में विटामिन ई एक खास रूप में मौजूद होता है, जिसे अल्फ़ा-टोकोफ़ेरोल कहते हैं। यह पदार्थ कॉलेस्ट्रोल के अणुओं के अंदर घुसने और उन्हें अंदर से नष्ट करने में सक्षम है। इस दवा का कोर्स पूरा करने पर वाहिकाओं की दीवारों पर जमा कॉलेस्ट्रोल पूरी तरह से साफ हो जाता है, इसके साथ ही रक्त के थक्के भी खुल जाते हैं। 96% मामलों में इस दवा का कोर्स पूरा करने के बाद मरीज़ों का रक्तचाप ठीक हो जाता है।
मैं आपको अपने क्लीनिक में सामान्य मरीज़ों द्वारा इस दवा के सेवन के आँकड़े दिखाना चाहती हूँ। हम सावधानीपूर्वक उपचार के परिणामों को रिकॉर्ड करते हैं। हमारे यहाँ कुल 10000 मरीज़ों का Cardiovax से उपचार किया गया था। ये रहे उनके परिणाम:
- 98% मामलों में रक्तचाप पूरी तरह से सामान्य हो गया (उच्च रक्तचाप की शिकायत दूर हो गई)।
- 99% मामलों में सिर के दर्द की शिकायत दूर हो गई।
- 97% मामलों में हृदय गति सामान्य हो गई।
- 74% मामलों में नज़र में सुधार आया।
- 92% मामलों में पुरानी बीमारियों के इलाज में सुधार आया।
- 99% मामलों में कुल स्वास्थ्य में सुधार आया।
तो आप देख ही सकते हैं कि परिणाम बहुत शानदार हैं। पर इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है।
Cardiovax को नैदानिक कार्डियोलॉजी के प्रमुख चिकित्सा विश्वविद्यालय ने विकसित किया है। अल्फा-टोकोफ़ेरोल के अलावा, इसमें लगभग 50 ऐसे विटामिन, मैक्रो और माइक्रोएलेटमेंट शामिल हैं जो हृदय और रक्त वाहिकाओं के लिए उपयोगी हैं। उनमें से कुछ ये हैं -
विटामिन C | विटामिन सी रक्त वाहिकाओं की दीवारों को मज़बूत बनाता है और उनकी टोनिंग करता है। |
एथेरोस्क्लेरोसिस | एथेरोस्क्लेरोसिस और उच्च रक्तचाप के विकसित होने की संभावना को कम करता है। |
विटामिन ए | विटामिन ए बारीक रक्त केशिकाओं की पारगम्यता को सामान्य करता है। |
विटामिन ए | बारीक रक्त केशिकाओं की पारगम्यता को सामान्य करता है। |
विटामिन बी 1 | विटामिन बी 1 हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है। दिल का दौरा पड़ने से रोकता है। |
विटामिन बी 2 | विटामिन बी 2 रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है। |
विटामिन बी 3 | विटामिन बी 3 रक्त वाहिकाओं का विस्तार करता है, सेवन के तुरंत बाद रक्तचाप कम करता है। |
विटामिन बी 12 | विटामिन बी 12 रक्त में थक्के बनने से रोकता है। |
मदरवर्ट | शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ बाहर निकालता है। |
नागफनी | सूजन कम करती है जो अक्सर उच्च रक्तचाप के रोगियों में होती है। |
-करिश्मा भगवती ने बताया था कि उन्हें Cardiovax छूट पर मिलती है। क्या यह सही है? क्या उसे कम दामों पर खरीदना मुमकिन है?
-हाँ, यह सही हो सकता है। जहाँ तक मुझे पता है, Cardiovax अभी छूट पर मिल रही है। भारत में रहने वाला कोई भी व्यक्ति यह दवा खरीद सकता है। इस दवा को खरीदने के लिए किसी तरह के डॉक्टर के पर्चे की ज़रूरत नहीं है। विशेष साइट पर आवेदन छोड़ना काफी है। Cardiovax पूरे देश भर में डाक से पहुँचाई जाती है, डाक से डिलीवरी पर भी कीमत में छूट मिलती है।
जो भी अपनी रक्त वाहिकाओं की सफाई करना चाहता है, उन्हें इसकी सलाह देती हूँ। इस प्रक्रिया के बाद तबीयत और पूरे स्वास्थ्य में सुधार आ जाता है।
केवल एक बात बताना चाहती हूँ कि इस वर्ष डब्ल्यूएचओ ने हमें सन् 2016 में चालू किए गए, पूरी आबादी के स्वास्थ्य में सुधार के कार्यक्रम को जारी रखने के लिए, आवश्यक धन आवंटित नहीं किया है। उनका कहना है कि उनके पास पैसा नहीं। इसी कार्यक्रम के तहत कार्डियोलॉजिस्ट Cardiovax का वितरण करते थे। इसलिए, अब वे पिछले साल की खरीद से बची हुई दवाओं का ही वितरण कर रहे हैं। और ये जल्दी ही खत्म हो जाएँगी। इसलिए, जो भी इस दवा की मदद से रक्त वाहिकाओं की सफाई करना चाहता है, मेरी सलाह है कि जल्द से जल्द इसका ऑर्डर कर दें, इससे पहले कि यह खत्म हो जाए।
ध्यान दीजिए!
हमारी साइट पर आने वाले दर्शक Cardiovax का ऑर्डर 50% तक छूट पर कर सकते हैं! इसके लिए «SPIN» बटन को दबाकर भाग्य चक्र को घुमाइए और उसके पूरी तरह से रुकने का इंतज़ार कीजिए। कौन जानता है शायद आप ही वह भाग्यशाली हों जो आज बड़ी बचत कर पाए! शुभकामनाएँ!
यह ऑफ़र 19.09.2020 तक वैध है, जिसमें यह तारीख़ भी शामिल है
टिप्पणियाँ
पद्मा
इस दिलचस्प लेख के लिए बहुत शुक्रिया। मैंने Cardiovax का ऑर्डर कर दिया है।
सुशील
बहुत ही बढ़िया दवा है। मैं पूरी तरह आप से सहमत हूँ। पहले लगातार कुछ न कुछ बीमारी चलती रहती थी। जब से Cardiovax से रक्त वाहिकाओं की सफाई शुरू की है, बहुत सी तकलीफ़ों ने परेशान करना बंद कर दिया है। सभी को इसकी सलाह दे रहा हूँ।
चंदन
मैंने भी इस दवा से अपनी रक्त वाहिकाओं को साफ किया था। एक परिचित कार्डियोलॉजिस्ट ने उच्च रक्तचाप के लिए इसकी सलाह दी थी। मेरी उम्र 67 साल है। मुझे 53 साल की उम्र से उच्च रक्तचाप की शिकायत थी। पिछले कुछ समय से अक्सर रक्तचाप बहुत बढ़ने लगा था। परिचित डॉक्टर (बचपन के दोस्त) ने इस कार्यक्रम के बारे में बताया और 3 महीने पहले इसे मँगाने की सलाह दी थी। अब मेरा रक्तचाप बिलकुल सामान्य हो गया है। यह दवा चमत्कार है।
बासु
मुझे भी इसने बहुत मदद की है। मैं रक्तचाप का पुराना मरीज़ हूँ – पिछले 7 साल से मुझे यह परेशानी है। पूरी ज़िंदगी दवा लेने की तैयारी कर ली थी। पर Cardiovax का कोर्स पूरा कर लेने के बाद उच्च रक्तचाप की परेशानी नहीं रही। सभी को इसकी सलाह दे रहा हूँ। इससे ज़रूर मदद मिलेगी!
अनंत
यह सब बताने के लिए वृद्ध महिला को बहुत शुक्रिया।
रमन्ना
शुक्रिया। बहुत दिलचस्प है। आवेदन कर दिया है। वादा किया है कि 5 दिनों बाद डाक से मिल जाएगी। बहुत इंतज़ार है।
सतीश
मुझे Cardiovax बहुत पसंद आई। पिछली गर्मियों में इससे इलाज किया था। उच्च रक्तचाप की शिकायत दूर हो गई है। किसी तरह के लक्षण या उतार-चढ़ाव नहीं हैं। मुझ खुद अचंभा है। बहुत ही बढ़िया महसूस करता हूँ।
उमा
बताई गई साइट पर इस दवा के बारे में विस्तार से पढ़ा। बहुत ही बढ़िया है!!
जगविंदर
सबसे बढ़िया दवा है। प्रमाणित हो गया है!
जय
मैं भी नियमित रूप से रक्त वाहिकाओं की सफाई करता हूँ। मेरी उम्र 81 साल है। खुद को ताकतवर और स्वस्थ महसूस करता हूँ। मेरे बहुत से हमउम्र काफी पहले ही मर चुके हैं।
भारती
बताई गई साइट पर Cardiovax का ऑर्डर दिया था। मुझे उच्च रक्तचाप विरासत में मिला है। हमेशा दवाएँ लेती थी। 180/110 से रक्तचाप कम नहीं होता था। Cardiovax के सेवन के बाद पूरी तरह से सामान्य हो गया है। यह बहुत बड़ा वरदान है।
सायरा
हमारे पड़ोसी को अक्सर कुछ न कुछ बीमारी परेशान करती थी। पेट से लेकर दिल तक बीमारियाँ घेरे रहती थीं। पर पिछले महीने देखा खूब सक्रिय और खुशहाल हैं। उन्होंने बताया कि Cardiovax का सेवन किया था। उनकी उम्र 72 साल है।
करीना
शुक्रिया। अपने और पति के लिए मँगा ली है। सलाहकार से पूछा था क्या छूट पर अभी काफी पैकेट बचे हैं? उसने बताया कि 500 के आसपास होंगे। पर अभी हैं। जो भी इन्हें मँगाना चाहता है, मेरी सलाह है कि जल्दी करें।
आशा
शुक्रिया!
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